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बिश्नोई समाज की इस वेबसाईट मे आपका स्‍वागत् है । इस वेबसाईट को आपके सामने प्रस्‍तुत करते हुए मुझे अत्‍यंत हर्ष की अनुभूति हो रही है । अपने विशाल समाज की स्थिति को देखते हुए कई दिनों से मन में एक ललक थी कि बिश्नोई समाज को ऐसा मंच प्रदान किया जाए, जिसके माध्‍यम से बिश्नोई जाति के विषय में सम्‍पूर्ण विश्‍वसनीय जानकारियां एक ही स्‍थान पर उपलब्‍ध हो सके, जिससे बिश्नोई बंधु हमारे इस विशाल समाज को ओर अधिक निकटता से जान-पहचान सके । इन आधारभूत सामग्रीयों के साथ-साथ बिश्नोई जाति के धर्म, उसके इतिहास, परम्‍पराएँ, आन्‍दोलनरतता, संगठन क्षमता, ज्‍वलन्‍त समस्‍याएँ एवं एवं परिश्रमशीलता, इस जाति के महापुरुष, राष्‍ट्र निर्माण में योगदान करने वाली विभूतियाँ, क्रांतिकारी एवं स्‍वतंत्रता सेनानी एवं उन्‍मुखता की भावना से ओत-प्रोत अपने अर्जित ज्ञान और अनुभव को आप जैसे सुधी पाठकों के समक्ष प्रस्‍तुत करने का प्रयास किया गया है । वेबसाईट में सम्‍पूर्ण जानकारियां हिन्दी भाषा में उपलब्‍ध कराई जा रही है ताकि समाज के हर व्यक्ति के लिये पढ़ने एवं समझने में सहज हो सकें । इस वेबसाईट मे जो भी समाज के बारे मे जानकारियां दी जा रही है वो समाज के प्रतिष्ठित बुद्धिजीवी व्‍यक्तियों द्वारा लिखी गई समाज की पुरानी व नई किताबों के माध्‍यम से प्राप्त की गई है । इस वेबसाईट को बनाते समय जाति के अंतर्गत आने वाली सम्‍पूर्ण जानकारियों को पूरी निरपेक्षता से प्रदर्शित की गई है, फिर भी भूलवश कोई ऐसा प्रसंग आ गया हो, जिससे किसी की भावना को ठेस लगी हो, तो उसके लिए मैं क्षमाप्रार्थी हूँ । सुधी पाठको से एक और निवेदन है कि कहीं कोई असंगति नजर आए या भावार्थ स्‍पष्‍ट न हो अथवा कोई सुझाव व जानकारी देना चाहें, तो उसे अवश्‍य ध्‍यान में लाएँ, जिससे उसे सुधार कर दुरूस्‍त किया जा सके । आप हमें अपने विचार व मार्गदर्शन प्रदान करे । ताकि हम समाज के इस आधुनिक महायज्ञ को सफल बना सकें । इस वेबसाईट से सम्‍बंधि‍त सुझाव आप हमे Feedback Option के द्वारा हमे भेज सकते है। वेबसाईट के बारे मे अपने परिचितों को अवश्य बताये ताकि समाज के बारे मे जारकारी अधिक से अधिकबिश्नोई बंधुओं तक पहुच सकें । मैं उन लेखकों का आभारी हूँ, जिनकी पुस्‍तकों से संदर्भ सामग्री इस वेबसाईट में प्रयुक्‍त की गई है विषय की प्रमाणिकता और प्रभावोत्‍पादकता की दृष्टि से जिन विद्वानों के लेखों को सम्‍पादित रूप में समाविष्‍ट किया गया है उनके प्रति विशेष कृतज्ञता ज्ञापित करता हूँ ओर आशा करता हूँ कि उनका आशिर्वाद हमेशा मुझ पर बना रहेगा । महानुभाव जिनका मुझे प्रत्‍यक्ष एवम् अप्रत्‍यक्ष रूप से इस वेबसाईट के निर्माण में सहयोग मिला है मैं सभी सहयोगियों का आभारी हूँ व सभी को धन्‍यवाद देना चाहता हूँ जिनके प्रत्‍यक्ष, अप्रत्‍यक्ष सहयोग के कारण यह कार्य सकुशल सम्‍पन्‍न हो पाया । बिश्नोई जाति का इतिहास, संस्‍कृति, परम्‍पराए, रीति-रिवाज़ आदि सभी गौरवशाली रहे हैं । इसलिए इस वेबसाईट को बनाने में मैने यह दृष्टिकोण अवश्‍य अपनाया है कि बिश्नोई जाति का इतिहास गौरवशाली बनें, ओर इससे मार्ग दर्शन लेकर यह जाति सर्वोच्‍च शिखर पर पहुँचे । मैं बिश्नोई समाज के सभी युवा साथियों से क्रांतिकारी अपील करना चाहता हूँ कि वो समाज के सर्वांगीण विकास के लिए आगे आये व समाज को संगठित कर, समाज के नये युग का सूत्रपात करें जिससे अपने समाज का भविष्‍य उज्‍जवल बन सके व आर्थिक, राजनैतिक, सामाजिक रूप से परिपक्‍व व आत्‍मनिर्भर बन सके । यह कार्य मैंने पूर्ण ईमानदारी के साथ किया है । वेबसाईट में उपलब्‍ध सभी जानकारियां मेरे द्वारा स्‍वयं हिन्‍दी में टाईप की गई है । यद्यपि वेबसाईट में हर तथ्‍य को पूर्ण तया सही टाईप करने का पूरा प्रयास किया गया है तथापि किसी भी प्रकार की मानवीय त्रुटि के लिए सम्‍पादक क्षमा प्रार्थी है । जाति के प्रति निष्‍ठा का भाव पेदा करना ही मेरा प्रमुख लक्ष्‍य है । समाज का इतिहास सदैव गौरवशाली रहा है आइये, हम कदम से कदम मिलाकर अपने समाज को इक्‍कीसवीं सदी में अधिक उन्‍नतशाली, सुदृढ़, प्रेरणामयी एवं गौरवशाली महान समाज निर्मित करने के लिए एक नव विश्‍वास के साथ अपना सामाजिक योगदान प्रदान करें ताकि हमारा समाज हमेशा अग्रणी रहे । धन्‍यवाद् .....!

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